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धूम्रपान, जेनेटिक, खराब खान-पान एवं लाइफस्टाइल हृदय रोग का कारण : डॉ. अनेजा

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

उन्नत केसरी

कुरुक्षेत्र, 28 सितम्बर: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केन्द्र के एडमिनिस्ट्रेटर, गैपियो सदस्य, आरएसएसडीआई मेंबर एवं मेडिकल ऑफिसर, डॉ. आशीष अनेजा ने विश्व हृदय दिवस पर लोगों को हृदय रोगों के प्रति जागरूक करने के लिए बताया कि 29 सितंबर को हर साल विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। हृदय रोग, दुनियाभर में मृत्यु का सबसे आम कारण है। उन्होंने बताया कि जेनेटिक, खराब खान-पान, खराब लाइफस्टाइल, एक्सरसाइज की कमी और धूम्रपान करना आदि हृदय रोग के मुख्य कारण होते हैं।

हृदय रोग के लक्षण

डॉ. अनेजा ने बताया कि हृदय की बीमारी में अक्सर सीने में दर्द से होता है, जकड़न, दबाव महसूस होने या जलन की समस्या हो सकती है। कुछ लोगों को बांहों, गर्दन, जबड़े या पीठ में भी दर्द हो सकती है। दिल की धड़कन अगर अक्सर कम या ज्यादा होती रहती है तो ये आपके लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकती है। अनियमित दिल की धड़कन की स्थिति हार्ट अटैक और कई अन्य गंभीर हृदय विकारों की भी समस्या हो सकती है। अधिकांश मामलों में हृदय रोग का प्रमुख कारण तनाव ही होता है वहीं मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं भी हृदय रोगों को जन्म देती है।

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हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय

हृदय को स्वस्थ रखने के इन बातों का रखें ख्याल नियमित अपने लिए समय निकालें, व्यायाम एक सेहतमंद जिंदगी के आवश्यक है, अपनी दिनचर्या में योग और वॉक को शामिल करें, अपनी आहार पर विशेष ध्यान दें, भोजन में नमक और वसा की मात्रा कम कर लें, अपनी डाइट में ताजे फल और सब्जियों को शामिल करें, तनावमुक्त जीवन जिएं, तनाव अधिक होने पर योगा व ध्यान के द्वारा इस पर नियंत्रण करें, धूम्रपान का सेवन बिल्कुल बंद कर दें, यह हृदय के साथ ही कई बीमारियों का कारक है, स्वस्थ शरीर और दिल के लिए भरपूर नींद लें।

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