केवल निभाने व दर्शाने की प्रवृत्ति से दूर रहते हुए अपने जीवन के मूल उद्देश्य से न भटकें : संजय भुटानी

केवल निभाने व दर्शाने की प्रवृत्ति से दूर रहते हुए अपने जीवन के मूल उद्देश्य से न भटकें : संजय भुटानी
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
  • हांसी के श्री पंचायती गुरुद्वारा गोल कोठी परिसर में पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के मार्गदर्शन में संचालित निशुल्क योग केंद्र पर प्रशिक्षणार्थियों से किया संवाद

हांसी, 5 मई: शारीरिक स्वस्थता से पहले मानसिक स्वस्थता जरूरी है। अगर व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है तो जीवन मुश्किल हो जाता है। योग शारीरिक स्वस्थता के साथ-साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखता है। यह बात श्री चरण जीत- श्रीमती सत्या भुटानी स्मृति संघ के संयोजक एवं वरिष्ठ पत्रकार संजय भुटानी ने यहां श्री पंचायती गुरुद्वारा गोल कोठी परिसर में पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के मार्गदर्शन में संचालित निशुल्क योग केंद्र पर प्रशिक्षणार्थियों से संवाद करते हुए कही। क्षेत्र के समाजसेवी अशोक ऐलावादी के मार्गदर्शन में यहां प्रतिदिन प्रातः व शाम को योग कक्षा आयोजित की जाती है , जिसमें आसपास के लोग लाभ प्राप्त कर स्वस्थ हो रहे हैं।

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इस अवसर पर संजय भुटानी ने कहा कि जीवन में सबसे पहले मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ होना अति आवश्यक है। अगर हम स्वस्थ हैं तो उसके बाद ही अन्य कार्य किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर व गुरुद्वारे में जाने से पहले हमारा स्वस्थ होना जरूरी है। अगर हम स्वस्थ होंगे तो ही हम धर्म- कर्म कर सकते हैं और स्वस्थता योग के द्वारा बड़ी आसानी से प्राप्त की जा सकती है । इसके लिए प्रतिदिन 24 घंटे के समय में से कुछ ही समय हमें निकालना होता है।

वरिष्ठ पत्रकार संजय भुटानी ने यह भी कहा कि हम समाज में चली आ रही परंपराओं का केवल निर्वहन न करते हुए पहले उनके बारे में जानें। वर्तमान में केवल निभाने व दर्शाने की प्रवृत्ति से दूर रहते हुए अपने जीवन के मूल उद्देश्य से न भटकें । उन्होंने कहा कि अपने मन व दिमाग को व्यर्थ की बातों से हटाकर केवल उपयोगी बातों को ही याद रखें और हर वक्त बेमतलब की बातों से अपने दिमाग को हैंग मत रखें। इसके साथ सच्चाई के मार्ग पर चलते हुए और बगैर कोई धारणा बनाए अपने जीवन को सार्थक करें।

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इस अवसर पर योग केंद्र के संचालक समाजसेवी अशोक ऐलावादी ने कहा कि वे अब जीवन भर इसी योग के मार्ग पर चलते हुए सभी को शिष्य न बनाकर गुरु बनाना चाहते हैं और उनका उद्देश्य है कि क्षेत्र के लोग योग से जुड़ कर अपने को तन व मन से स्वस्थ रखें अगर तन व मन स्वस्थ होगा तो धन अपने आप ही आ जाएगा। इस अवसर पर उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों ने बताया कि योग केंद्र में आने के थोड़े समय में ही उन्हें विभिन्न व्याधियों से लगातार छुटकारा मिल रहा है।