वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
उन्नत केसरी
नई दिल्ली: नई दिल्ली स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान में आयोजित हिंदी दिवस के उपलक्ष्य पर वाङ्गमय कला संगम के तत्वाधान में सृजनाभिनंदनम् द्वितीय उत्सव का शानदार आयोजन संपन्न हो गया। इस विशेष आयोजन में देशभर के प्रमुख विद्वानों द्वारा दर्जन भर पुस्तकों का विमोचन किया गया। वहीं दिग्गज साहित्यकारों एवं प्रेरणीय हस्तियों को सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में डॉ. संजीव कुमारी को “सृजनश्री शौर्य सम्मान” द्वारा सम्मानित किया गया।
यह सम्मान उन्हें हिंदी, हरियाणवी, राजस्थानी व पंजाबी में पुस्तकों का सृजन करने के लिए दिया गया है। उनके द्वारा रचित पुस्तकों में से पांच पुस्तकें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हैं। इसके अतिरिक्त उनकी पुस्तक ‘झड़ते पत्ते’ को हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा श्रेष्ठ कृति सम्मान प्राप्त है। उन्होंने लुप्त होते विषयों को लिखा है जिसमें फड़ कथा, जंगम, आल्हा-ऊदल व हरियाणवी लोक संस्कृति से संबंधित विषय हैं।
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उत्सव में अध्यक्षता पद्मश्री डॉ. श्याम सिंह शशि व डॉ. राकेश कुमार आर्य की रही। मुख्य आतिथ्य खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. यशवीर सिंह का रहा। इस अवसर पर उपस्थित सभी प्रमुख अतिथियों ने हिंदी भाषा के वर्तमान और भविष्य पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में आई प्रतिभाओं को “सृजनाधार श्री विभूति सम्मान”, “सृजन श्री शौर्य सम्मान” “श्री देव विभूति सम्मान” से सम्मानित किया गया। आयोजन में अंतिम कड़ी के रूप में कवि एवं कवयित्रियों के द्वारा घंटे तक काव्य की रसधार से उपस्थित श्रोतागण अभीभूत हुए।