- भारत को निवेश का हब बनाने के लिए सरकार ने उठाएं है अनेक आवश्यक कदम
- एचएसआईआईडीसी द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत किया गया वर्कशाप का आयोजन
सोनीपत, 25 मार्च। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पूरे भारत में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को हरियाणा राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) द्वारा कुण्डली कार्यालय में एक वर्कशाप का आयोजन किया गया। जिसमें उद्योगपतियों को उद्योगों को बढावा देने के लिए चलाई जा रही स्कीमों के बारे में जागरूक किया गया और उन्हें बताया कि आप किस प्रकार इन स्कीमों का लाभ प्रदान कर सकते हैं।
उपायुक्त सिवाच ने वर्कशाप के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार ने उद्योगों को बढावा देने के लिए अनेक योजनाओं को लागू कर रही है। क्योंकि उद्योग ही देश की अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने का मुख्य स्त्रोत है। अगर हमारे देश व प्रदेश में नए-नए उद्योगों की स्थापना होगी तो हमारे युवाओं को अधिक रोजगार मिलेगा और हमारे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा।
उपायुक्त ने कहा कि एमएसएमई करोड़ों लोगों की रोजी-रोटी का साधन है। अर्थव्यवस्था की मजबूती में इनका विशेष योगदान है। खेती हमारी रीढ़ है तो उसे मजबूती देने का कार्य एमएसएमई करते हैं। देश की प्रगति को गति देने के लिए एमएसएमई को आगे बढ़ाना जरूरी है। इस दिशा में केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक फैसले लिये हैं, जिससे निश्चित रूप से एमएसएमई के लिए नये युग का प्रारंभ होगा। नये भारत के निर्माण के लिए संकल्पों को सिद्ध करने की शक्ति एमएसएमई में है। इनमें 130 करोड़ नागरिकों की आशाओं को पूर्ण करने का सामथ्र्य है। तभी तो विश्व की नजरें भारत पर टिकी हैं। एमएसएमई के बल पर भारत इकॉनोमिक पावर हाउस बना है और चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं।
उपायुक्त ने कहा कि वर्ष 1972 में सोनीपत जिला का गठन हुआ जब जिला में कुल 188 कंपनी थी और इन कंपनियों का टर्न ओवर केवल 25 लाख रूपये था। लेकिन वर्तमान समय में यह सरकार की अच्छी नितियों की बदौलत ही जिला में आज 10 हजार से अधिक उद्योग स्थापित किए गए है जिनमें हमारे हजारों युवाओं को रोजगार मिल रहा है और हमारे जिले के ये उद्योग देश की अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज देश में कोई भी ऐसी चीज नहीं है जो जिला के उद्योगों द्वारा ना निर्मित की जा रही हो। हमारे जिले में तैयार बहुत से ऐसी चीजे है जो बाहर देशों में भेजी जा रही है जिससे हमारी अर्थव्यवस्था को बढावा मिल रहा है।
उपायुक्त सिवाच ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार के सहयोग से जिले में सडक़ तंत्र को मजबूत किया जा रहा है। जिले में अनेक राष्टï्रीय राजमार्गों का निर्माण किया जा रहा है। क्योंकि अगर प्रदेश में सडक़ तंत्र मजबूत होगा तो ही हमारे राज्य में उद्योगों का विकास होगा और हमारे युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा उपायुक्त ने सभी उद्योगपतियों को आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन उनकी हर संभव मदद के लिए 24 घण्टे तैयार है अगर किसी भी उद्योग मालिक को किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी हो तो वो सीधे उनसे बात करें तुंरत उनकी परेशानी को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर उद्योगपतियों को सरकार द्वारा चलाई जा रही अनेक योजनाओं के बारे में भी जागरूक किया गया।
इस मौके पर जिला उद्योग केन्द्र के संयुक्त निदेशक राजेन्द्र कुमार राणा, राई औद्योगिक क्षेत्र एसोसिऐशन के अध्यक्ष राकेश छाबड़ा, कुण्डली औद्योगिक क्षेत्र एसोसिएशन क्षेत्र के उपाध्यक्ष धीरज चौधरी तथा जिला एमएसएमई केन्द्र के सलाहकार गुपिल दहिया सहित अनेक उद्योगपति मौजूद रहे।