सामाजिक कार्यकर्ता सोनिया गोयल ने सड़कों पर घूमती कूड़ा खाने पर मजबूर बेसहारा गायों को देख यह सवाल किया। दरअसल दिल्ली के रोहिणी एवं आस पास के इलाकों में गौशाला चालकों द्वारा गायों को दुग्ध निकाल कर सड़कों पर छोड़ दिया जाता है। जिसका नतीजा यह है की गाय अपना पेट भरने हेतु सड़कों गलियों पर भटकने को मजबूर हैं। इन्हे जहाँ खाना दिखता है वहीं मजबूरन इकठ्ठा हो जाती हैं।
सोनिया गोयल ने बताया की अमूमन कूड़ाघर और कचरा भंडारों के पास गायों का जमावड़ा देखा जाता है। लोग इन स्थानों पर और सड़को पर खाना और सब्जियों के छिलके फेक कर चले जाते हैं और पकड़े जाने पर कहते हैं की गायें खा लेंगी। इस का हल क्या है? और गौशाला चालाक आखिर कर क्या रहे हैं? क्या इन गायों को दुग्ध निकाल कर सड़कों पर छोड़ देना सही है?
सोनिया गोयल ने यह सवाल पूछते हुए सरकार एवं प्रशासन से गुहार लगाई की इस ओर भी ध्यान दें। सोनिया ने उन्नत केसरी को बताया की रोहिणी सेक्टर 23, सेक्टर 24 में गाय सड़क पर होने से एक्सीडेंट भी बढ़ रहे हैं। नजदीक के गौशाला वाले क्यों छोड़ देते हैं कचरा खाने को ओर क्यों हम सभ्य कहे जाने वाले लोग कचरा फैलाते हैं।
यह फोटो सामाजिक कार्यकर्ता सोनिया गोयल द्वारा ली गयी है, जिनमे साफ देखा जा सकता है की सड़क किनारे कूड़े-कचरे में खाना ढूढ़ने को मजबूर गायों का जमावड़ा सड़क परिवहन और सुरक्षा के लिए भी कितना हानिकारक है।