मुख्यमंत्री ने किया श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के भव्य परिसर का लोकार्पण

मुख्यमंत्री ने किया श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के भव्य परिसर का लोकार्पण
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

उन्नत केसरी

  • मुख्यमंत्री ने कुलपति डॉ. राज नेहरू के आग्रह पर किया 150 करोड़ रुपए के अनुदान का एलान
  • केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, हरियाणा के उच्च शिक्षा मंत्री मूल चंद शर्मा, विधायक नयन पाल रावत की उपस्थित में मुख्यमंत्री के हाथों हुआ 10 भवनों का लोकार्पण
  • कुलपति डॉ. राज नेहरू ने विद्यार्थियों द्वारा स्क्रैप से बनाए गए ई व्हीकल में मुख्यमंत्री और सभी मेहमानों को करवाया परिसर का भ्रमण

पलवल: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सोमवार को पलवल जिले के दुधौला गांव में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के नवनिर्मित परिसर का लोकार्पण किया। यह एक हजार करोड़ रुपए की परियोजना है, जिसके पहले चरण पर 357 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कुलपति डॉ. राज नेहरू के आग्रह पर 150 करोड़ रुपए के अनुदान का एलान किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के साथ केंद्रीय भारी उद्योग एवं ऊर्जा राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, हरियाणा के परिवहन व उच्चतर शिक्षा मंत्री श्री मूलचंद शर्मा , पृथला से विधायक श्री नयनपाल रावत, विधायक श्री नरेंद्र गुप्ता सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों का विश्वविद्यालय परिसर के लोकार्पण समारोह में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया।

मुख्यमंत्री ने सबसे पहले विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन तक्षशिला का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कुलपति डॉ. राज नेहरू को नए भवन में स्वयं उनकी सीट पर बिठाया।
उसके बाद वह विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा स्क्रैप से बनाए गए ई व्हीकल में सवार होकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन करने पहुंचे। कुलपति डॉ. राज नेहरू उनके सारथी बने और ई व्हीकल पर मुख्यमंत्री सहित अन्य मेहमानों को विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण करवाया। मिथिला भवन में बने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में सीएनसी लैब, इलेक्ट्रिक लैब, सोलर लैब, इलेक्ट्रोनिक लैब, वेल्डिंग लैब और सिम्युलेटर देख कर मुख्यमंत्री अभिभूत नजर आए और नवाचारी इको सिस्टम बनाने के लिए उन्होंने कुलपति डॉ. राज नेहरू की पीठ थपथपाई।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में लगी अत्याधुनिक मशीनों के बारे में जानकारी ली और इन अत्याधुनिक लैब की जमकर सराहना की। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि इस लैब में और अत्याधुनिक मशीनें शामिल की जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के लिए भूमि प्रदान करने हेतु ग्राम पंचायत दुधौला का विशेष तौर पर आभार जताया।

लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत का युवा कौशल विकास के बलबूते अपना प्रभाव स्थापित कर रहा है और हरियाणा कौशल विकास के क्षेत्र में अपनी अतुलनीय भूमिका निभा रहा है। हमें देश का पहला कौशल विश्वविद्यालय स्थापित करने का गौरव हासिल हुआ है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस विश्वविद्यालय को एक आदर्श मॉडल के रूप में विकसित किया है। 82% प्लेसमेंट हो रही है और बाकी के विद्यार्थी अपना उद्यम स्थापित कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना देश के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। पहले शिक्षा एक माध्यम होता था हमने शिक्षा का व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए शिक्षा को कौशल से जोड़ते हुए रोजगार के मार्ग युवा शक्ति के लिए प्रशस्त किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पारंपरिक शिक्षा का दौर बीत चुका है। अब कौशल और तकनीक पर आधारित शिक्षा की मांग है और इसी के अनुरूप श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय एक मॉडल के रूप में पूरे देश और दुनिया के सामने विकसित हुआ है।

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल बना हुआ है। उन्होंने विश्वविद्यालय में तक्षशिला प्रशासनिक भवन से 10 ब्लॉक का लोकार्पण किया है, जिनमें 6 शैक्षणिक ब्लॉक में 69 क्लास रूम हैं और अधिकतर स्मार्ट क्लास रूम, कंप्यूटर लैब, प्रशासनिक भवन, एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास भी परिसर में बन कर तैयार हैं,जिनमे 500-500 बेड की व्यवस्था की गई हैं।
उन्होंने विश्वविद्यालय टीम की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय परिसर में देश का पहला इनोवेटिव स्किल स्कूल बनाया गया है। जिसमें एआई , आईटी, ऑटोमेशन, डेटा साइंस, हैल्थ केयर और योग जैसे विषयों का अध्ययन कराया जा रहा है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस स्कूल के विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के हाथों टैब का वितरण भी करवाया।

लोकार्पण समारोह में केंद्रीय उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में व प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में कौशल के आधार पर ही युवा शक्ति के हित में सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज कौशल के बलबूते पर ही लक्षित भारत का सपना साकार हो रहा है।

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हरियाणा के परिवहन एवं उच्चतर शिक्षा मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार कौशल विकास पर केंद्रित होकर युवाओं के लिए शिक्षा प्रदान कर रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय को स्थापित एवं विकसित करने के लिए कुलपति डॉ. राज नेहरू को बधाई दी।

कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि पलवल जिले में यह विश्वविद्यालय स्थापित होने से इस क्षेत्र की प्रति व्यक्ति आय और आजीविका के अवसरों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और आने वाले दिनों में इसमें और ज्यादा तेजी आएगी। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने विश्वविद्यालय के कारण इस क्षेत्र में हो रही प्रगति पर एक सर्वेक्षण करवाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि युवाओं को न केवल रोजगार के योग्य बनाना बल्कि दूसरों को रोजगार देने लायक बनाना हमारा सबसे बड़ा मकसद है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में 1.2 मेगावाट का सोलर पावर सिस्टम लगाया गया है। साथ ही उन्होंने एसटीपी के माध्यम से जल शोधन कर सारे जल का परिसर में बागवानी और कृषि में उपयोग करने की बात भी कही। कुलपति डॉक्टर राज नेहरू ने बताया कि परिसर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगाया गया है। सभी अत्याधुनिक तकनीक इस परिसर निर्माण में प्रयोग की गई हैं। उन्होंने दुधौला ग्राम पंचायत का भूमि के लिए आभार जताया।

कुलपति डॉ. राज नेहरू ने डेढ़ सौ करोड रुपए के अनुदान का ऐलान करने पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का आभार ज्ञापित किया। विश्वविद्यालय की कुल सचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों का आभार ज्ञापित किया।

इस अवसर उद्यमिता विकास पर मुख्यमंत्री के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) जेएस नैन, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विभिन्न इंडस्ट्री पार्टनर, आई आई एल एम यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. सुजाता साही, गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार, डीसी नेहा सिंह, एसपी अंशु सिंगला, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली, गांव दुधौला के सरपंच सुनील कुमार, पूर्व सरपंच सुंदर सिंह, डीन एकेडमिक प्रोफेसर आर एस राठौड़ सहित सभी डीन, प्रोफेसर, प्रशासनिक अधिकारी और विद्यार्थी उपस्थित थे।