मनुष्य जीवन में स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ नही : प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा

मनुष्य जीवन में स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ नही : प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा
  • कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय स्वास्थ्य केन्द्र में विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित

कुरुक्षेत्र, 7 अप्रैल: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केन्द्र में शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आयु हेल्थ हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने स्वास्थ्य जांच शिविर का शुभारम्भ करते हुए कहा कि मनुष्य जीवन में स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ नही है क्योंकि एक स्वस्थ व्यक्ति ही राष्ट्र निर्माण में अपना अहम योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इस अवसर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा एवं हेल्थ सेंटर के एडमिनिस्ट्रेटर डॉ. फकीर चंद ने डॉक्टर अनेजा को हार्दिक बधाई देते हुए उनके कार्यों की सराहना की।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केन्द्र के मैडिकल आफिसर, गैपियो सदस्य एवं आरएसएसडीआई मैम्बर, डॉ. आशीष अनेजा ने बताया कि यह निःशुल्क् जांच शिविर का आयोजन आयु हेल्थ हॉस्पिटल के गौरव अरोड़ा के साथ मिलकर किया गया है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में तथा समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए यह निशुल्क कैंप का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान लगभग 253 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई।

डॉ. अनेजा ने कहा कि बदलते मौसम में लोगों में अनेक तरह की बीमारी देखने को मिल रही है इसलिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है जिसके लिए हिदायतों के तौर बाहरी वस्तुओं के साथ-साथ अधिक मसालेदार वस्तुओं का प्रयोग ना करें, निरंतर व्यायाम पर ध्यान दें तथा बाहर से आने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से साबुन से साफ करना चाहिए क्योंकि हमारे हाथों के द्वारा ही कीटाणु हमारे मुंह में प्रवेश करते हैं जिससे हम अनेक बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं, के दौरान सभी टेस्ट जैसे शुगर, ब्लड प्रेशर, सिपरोमैन्ट्री न्यूरोपैथी, बीएमडी, ईसीजी, थायराइड निःशुल्क किए गए। डॉक्टर अनेजा ने कहा कि वह डॉक्टर बाद में है इससे पहले वह एक जिम्मेदार नागरिक है और अपने पेशे के साथ-साथ उनका उत्तर दायित्व बनता है कि असहाय और जरूरतमंद लोगों की सहायता करें। इसी को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर इस तरह के निःशुल्क कैंप का आयोजन किया जाता है।