विश्वविद्यालय का स्वरूप लेगा श्री जयराम शिक्षण संस्थान : जे.पी. दलाल

विश्वविद्यालय का स्वरूप लेगा श्री जयराम शिक्षण संस्थान : जे.पी. दलाल
  • बेटियों का सौभाग्य है जो श्री जयराम शिक्षण संस्थान में शिक्षा ग्रहण कर रही हैं : जे.पी.दलाल
  • हरियाणा सरकार बेटियों के लिए हर सुविधा उपलब्ध करवा रही है
  • श्री जयराम शिक्षण संस्थान के वार्षिकोत्सव उद्भव 2022 में शामिल हुए कृषि मंत्री जे.पी. दलाल
  • देश भर की बेटियों को संस्कृति एवं संस्कारों के साथ शिक्षित कर रहा है श्री जयराम शिक्षण संस्थान : ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी

कुरूक्षेत्र, 20 मार्च: करीब दो वर्षों के बाद बच्चों और युवाओं के चेहरों पर मुस्कान देखने को मिली है। करोना महामारी से राहत मिलने के बाद श्री जयराम शिक्षण संस्थान के भव्य परिसर में वार्षिकोत्सव उद्भव 2022 में भव्य कार्यक्रम देखने को मिला। यह विचार हरियाणा के कृषि मंत्री जे.पी.दलाल ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हुए व्यक्त किए। इससे पूर्व उन्होंने श्री जयराम शिक्षण संस्थान लोहार माजरा कुरूक्षेत्र में पहुचंने पर अटल ट्रिकिंग लैब का शुभारम्भ किया। इस मौके पर कृषि मंत्री का देश के विभिन्न राज्यों में संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष एवं श्री जयराम शिक्षण संस्थान के चेयरमैन ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, उपाध्यक्ष टी.के. शर्मा, निदेशक एस.एन.गुप्ता एवं जयराम संस्थाओं के ट्रस्टियों ने स्वागत किया। मुख्य अतिथि जे.पी. दलाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना महामारी के संकट से छुटकारा मिले और मानवता का पूरे विश्व में विकास हो। भारत वर्ष भी कोरोना से काफी प्रभावित हुआ है। आज जयराम शिक्षण संस्थान में वार्षिकोत्सव में बच्चियों के चेहरे पर काफी उत्साह देखने को मिला है यह पूरे देश के लिए एक अच्छा संकेत है। कृषि मंत्री ने कहा कि जयराम संस्थान में जिस प्रकार की शिक्षा दी जा रही है यह देश के लिए अच्छे भविष्य का संकेत है। उन्होंने कहा कि भारत में प्रतिमाओं की कमी नहीं है। भारतीय प्रतिमाओं का प्रमाण है कि दुनिया के श्रेष्ठ पदों पर भारतीय पहुंचे हैं। अमेरिका में आज सबसे अधिक भारतीय डाक्टर एवं इंजिनियर हैं और विश्व की बड़ी-2 कम्पनियों के सी.इ.ओ. भारतीय हैं। ग्रामीण प्रवेश में मेहनत से एक बड़े संस्थान को देखने का अवसर मिला है जहां बेटियों को संतों महापुरूषों के आशिर्वाद से शिक्षा दी जा रही है। जयराम शिक्षण संस्थान जैसे संस्थान ही अन्तर्राष्ट्रीय मानचित्र पर भारत की विशेष पहचान बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार बेटियों को हर सुविधा उपलब्ध करवा रही है। इस मौके पर परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने वार्षिकोत्सव की अध्यक्षता करते हुए कहा कि वह अपने गुरू ब्रह्मलीन देवेन्द्र स्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से भारतीय संस्कृति और संस्कारों के साथ बच्चों और युवाओं को शिक्षित करने के लिए संकल्पबद्ध है। आज ग्रामीण प्रवेश में बच्चियों को शिक्षित कर एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने इस मौके पर जयराम संस्थाओं द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति एवं संस्कारों के प्रचार के साथ योगा को प्रोत्साहित करने के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर जयराम महिला बी.एड. काॅलेज की प्राचार्या डाॅ. प्रतिभा श्योकंद ने श्री जयराम शिक्षण संस्थान द्वारा शिक्षा, क्रीड़ा, विज्ञान, सांस्कृतिक व अन्य गतिविधियों की उपलब्धियों बारे विस्तार से जानकारी दी।इस मौके पर उपाध्यक्ष श्री टी के शर्मा (पूर्व आईएएस) प्रबंधक समिति, वरिष्ठ ट्रस्टी कैलाश गोयल, श्रवण गुप्ता, राजेश सिंगला, टेकचंद, पवन गर्ग, डी. के. गुप्ता, कुलवंत सैनी, टेक सिंह लौहार माजरा, अभिभावक गण, विभिन्न गांव एवं शहर से उपस्थित गणमान्य अतिथि, चारों शिक्षण संस्थान की प्राचार्या डा. सुदेश रावल, अंजू अग्रवाल, डा. प्रतिभा श्योकंद, मनप्रीत कौर, प्राध्यापिका वर्ग एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। सर्वप्रथम मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

जयराम शिक्षण संस्थान के निदेशक एस एन गुप्ता ने मुख्य अतिथि एवं सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। सर्वप्रथम छात्राओं ने सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं ने पंजाबी, राजस्थानी, हरियाणवी गीतों पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में देशभक्ति गीतों की भी दर्शकों ने खूब प्रशंसा की। देशभक्ति के साथ-साथ छात्र छात्राओं ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता मिशन, शिक्षा एवं सामाजिक जन जागरण पर भी सुंदर कार्यक्रम प्रस्तुत किए । मुख्य अतिथि ने प्रतिभागियों को पुरस्कार स्वरूप 11 लाख की अनुदान राशि प्रदान की।
जयराम शिक्षण संस्थान के वार्षिक उत्सव उद्धभव 2022 के अवसर पर मुख्य अतिथि जे. पी. दलाल, परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी एवं अन्य उपस्थित।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *