वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
- तीन दिवसीय मेडिकल असेस्मेंट कैम्प सम्पन्न, अंतिम दिन हुई पिहोवा खंड के 109 दिव्यांगों की हुई जांच
- 160 विद्यार्थियों को मिलेंगे उपकरण
कुरुक्षेत्र 25 फरवरी: समग्र शिक्षा एवं नेशनल स्कूल हेल्थ प्रोग्राम के तहत राजकीय मॉडल संस्कृति के केशव सभागार में दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए मेडिकल अस्सेस्मेंट शिविर शुक्रवार को सम्पन्न हुआ। अंतिम दिन पिहोवा खंड के 109 विद्यार्थियों की चिकित्सीय जांच हुई। तीन दिवसीय शिविर में जिलेभर के कुल 250 से अधिक विद्यार्थियों का चिकित्सीय परीक्षण हुआ जिसमें सर्वाधिक विद्यार्थी मानसिक दिव्यांग थे। अंतिम दिन पिहोवाखंड के 109 दिव्यांग विद्यार्थियों का मेडिकल असेसमेंट किया गया। शिविर में उन विद्यार्थियों ने भाग नहीं लिया जो पिछले दो वर्षों में अपना चिकित्सीय परीक्षण करवा चुके थे।
समापन अवसर पर विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए समग्र शिक्षा के जिला परियोजना समन्वयक विनोद कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग इस विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के प्रति गंभीर व सम्वेदनशील है। इनकी सभी आवश्यकताएं प्राथमिकता के आधार पर पूरी की जाती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर यह दिव्यांग विद्यार्थी अनेकों उपलब्धियां हासिल कर रहे है। पढ़ाई के साथ-साथ खेल व अन्य क्षेत्रों में भी दिव्यांगों की उपलब्धियां हैरान करने वाली हैं।
टोक्यो पैरा ओलंपिक में पूरे देश ने यह देखा है। डीपीसी ने बताया कि पिछले वर्षों में भी इन विद्यार्थियों को आवश्यकता अनुसार ट्राय साईकल, व्हीलचेयर, सुनने की मशीन आदि सुविधाएं मुहैया कराई गई थीं और इस वर्ष भी जिस छात्र की जैसी आवश्यकता है, वैसे उपकरण प्रदान किये जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अध्यापकों व अभिभावकों को इन छात्रों के प्रति अधिक गम्भीर व सम्वेदनशील रहना चाहिए और इनकी जरूरतों का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने बताया कि छात्रों को घर से लाने से लेकर जांच आदि के बाद सकुशल घर पहुंचाने के कार्य के लिए 12 टीमों का गठन किया गया था। उन्होंने शिविर के सफल आयोजन के लिए विभागीय अधिकारियों को बधाई दी। एपीसी संजय कौशिक ने बताया कि इस वर्ष के शिविर में केवल उन्हीं विद्यार्थियों ने भाग लिया जिन्होंने अपना मेडिकल सर्टिफिकेट तीन साल बाद रिन्यू करवाना था, या जिनकी स्कूलों में दाखिले के बाद पहली बार जांच होनी थी। इस अवसर पर समग्र शिक्षा के प्राध्यापक बलराम शर्मा, हरीश कुमार, धनपत सिंह, पवन कुमार,सुखबीर, प्रवीन आर्य, डॉ. राम मेहर अत्रि व जिला के सभी स्पेशल टीचर्स व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। शिविर में आने वाले दिव्यांगो को लाने व ले जाने की व्यवस्था के साथ विद्यार्थियों व अभिभावकों के भोजन आदि की व्यवस्था भी समग्र शिक्षा द्वारा की गई थी।
एसएसए के एपीसी संजय कौशिक ने बताया कि पहले दिन थानेसर व लाडवा ब्लॉक के 132, दूसरे दिन शाहबाद व बाबैन के 102 और अंतिम दिन पिहोवा ब्लॉक के 109 दिव्यांग छात्रों के स्वास्थ्य की जांच की गई।
चिकित्सकीय परीक्षण उपरांत उन्हें विकलांगताप्रमाण पत्र दिए जाएंगे ताकि वे सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सकें। अंतिम दिन स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अनूप, नेत्र रोग विशेषज्ञ अनिता, फीजिसियन डॉ कृष्ण, नाक कान गला विशेषज्ञ डॉ. विक्रम, मनोरोग विशेषज्ञ डॉ सुरेंद्र टीम ने अपने अपने क्षेत्र के अनुसार दिव्यांग विद्यार्थियों का मेडिकल चेक अप किया।
26 को व्हीलचेयर तो 14 को मिलेगी सीपी चेयर
समग्र शिक्षा जिला परियोजना समन्वयक विनोद कौशिक ने बताया कि छात्रों की आवश्यकता अनुसार सहायक उपकरण वितरित किए जाएंगे। अभियान से जुड़ी संस्था एलिम्को के प्रतिनिधियों ने छात्रों के जीवन मे सरलता लाने को सहायक उपकरणों की जरूरत जांची। विद्यार्थियों को उनकी जरूरत के अनुसार जल्द ही उपकरण मुहैया करार जाएंगे। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय शिविर में हुई जांच के आधार पर 4 विद्यार्थियों को ट्राय साईकल, 26 को व्हीलचेयर, 14 को सीपी चेयर की आवश्यकता है। श्रवण दिव्यांग 56 बच्चों सुनने की मशीन और 60 मानसिकता दिव्यांग बच्चों के लिए एमआर किट की आवश्यकता है। सभी उपकरणों का आर्डर एलिम्को संस्था को दे दिया गया है। संस्था के प्रतिनिधियों ने बच्चों की आवश्यकता जांची और शीघ्र ही उपकरण मुहैया कराने की बात कही है।