राष्ट्रीय शिक्षा नीति से छात्रों का सर्वांगीण विकास होगा : प्रो.सोमनाथ सचदेवा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति से छात्रों का सर्वांगीण विकास होगा : प्रो.सोमनाथ सचदेवा

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

कुवि के यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल में क्षमता संवर्द्धन कार्यक्रम आयोजित।

कुरुक्षेत्र, 4 मई : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शनिवार को स्कूल व सीबीएसई के संयुक्त तत्वावधान में क्षमता संवर्द्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सोमनाथ सचदेवा ने करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति से छात्रों का सर्वांगीण विकास होगा। छात्र अपनी इच्छा के अनुसार कोई भी विषय ले सकते। देश में पहली बार भारतीयता का भाव जागृत करने वाली नीति का निर्माण किया गया है। पांच, तीन, तीन, चार के तहत स्कूली स्तर पर छात्रों को शिक्षित किया जाएगा।इसके तहत छात्रों को भारतीय रीति- रिवाज व संस्कृति के साथ भारतीय भाषाओं में शिक्षित करके वैश्विक स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए तैयार करना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति सबको समान रूप से आगें बढ़ने के अवसर प्रदान करेगी। छात्र आत्मनिर्भर बन पाएंगे। छात्रों के कौशल को पहचान कर उसमे निखार करके उन्हें उच्च शिक्षा दी जाएगी। शिक्षक छात्रों को प्रेरित करेंगे। इससे स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के सपनों के भारत का निर्माण होगा।
स्कूल की वाइस चेयरपर्सन प्रोफेसर सुनीता दलाल ने कुलपति प्रो सोमनाथ सचदेवा का स्वागत किया और कहा कि स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश भर के साठ शिक्षक भाग ले रहे हैं। पूरे दिन में पांच सत्रों में विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी। उद्घाटन सत्र में प्रो सुनीता दलाल व स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ सुखविंद्र सिंह ने मुख्य अतिथि कुलपति प्रो सोमनाथ सचदेवा का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बी आर इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या पूजा कंबोज व आर्मी पब्लिक स्कूल अंबाला की वाइस प्रिंसिपल डॉ गोशा लिब्रहान ने पांच सत्रों में अपने विचार रखे। पूजा कंबोज ने पहली शिक्षा नीति, दूसरी शिक्षा नीति व तीसरी शिक्षा नीति 2020 पर अपने विचार रखते हुए बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत भारतीय भाषाओं में शिक्षा, सबको साथ लेकर समान अवसर प्रदान करना व छात्रों को सामाजिक बनाना मुख्य उद्देश्य है। शिक्षकों को नई तकनीक का प्रयोग करके कम समय में ज्यादा काम करना चाहिए। किस प्रकार से कक्षा कक्ष में शिक्षण कार्य को रोचक बनाया जा सकता है। इसके साथ-साथ किस प्रकार शिक्षक को छात्रों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान देना चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में छात्रों को संपूर्ण शिक्षा दी जाएगी। डॉ गोशा लिब्रहान ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में किस प्रकार का स्ट्रक्चर होगा। किस प्रकार पांच तीन तीन चार के तहत छात्रों को शिक्षा दी जाएगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मूल उद्देश्य क्या है। किस प्रकार से इसे अमल में लाना है। किस प्रकार छात्र केंद्रित शिक्षा व्यवस्था स्थापित करनी है। पाठ्यक्रम,शिक्षण विधियां व अन्य गतिविधियां होगी।। तीसरे सत्र में शिक्षक, शिक्षक शिक्षा, समान अवसर, समावेशी शिक्षा पर जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में प्रतिभागी शिक्षकों की जिज्ञासा को शांत किया गया। उनके मन में जो प्रश्न थे उनका निराकरण भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागी शिक्षकों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।