कामधेनु संस्थान में जिला प्रशासन द्वारा एसडीएस संजीव कुमार व भारत सरकार संसदीय कार्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव डॉ.सत्य प्रकाश खटाना सहित अन्य अतिथियों ने डॉ.एसपी गुप्ता को स्मृति चिह्न भेंट कर किया सम्मानित

  • संस्थान में वसन्त पञ्चमी के अवसर पर “जीव-जन्तु कल्याण दिवस समारोह एवं “निःशुल्क रिफ्लेक्सोलॉजी शिविर आयोजित
नूँह/तावड़ू, 02 फरवरी
सुनील कुमार जांगड़ा

गाँव बिस्सर-अकबरपुर कामधेनु आरोग्य संस्थान में वसन्त पञ्चमी के अवसर पर “जीव-जन्तु कल्याण दिवस समारोह” एवं “निःशुल्क रिफ्लेक्सोलॉजी शिविर” का आयोजन किया गया । इस अवसर पर आरोग्य संस्थान में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हरियाणा प्रान्त-संघचालक प्रताप, गरिमामयी उपस्थिति भारत सरकार संसदीय कार्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव डॉ. सत्य प्रकाश खटाना, मुख्य वक्ता सुप्रसिद्ध विचारक एवं लेखक प्रो. डॉ. सारस्वत मोहन मनीषी, अतिविशिष्ट अतिथि तावड़ू के उपमण्डल अधिकारी संजीव कुमार एच.सी.एस, विशिष्ट अतिथि जिंदल पॉलीट्यूब्स प्रा.लि. के निदेशक मदन जिंदल एवं राव इन्द्रजीत सिंह के निजी सचिव ब्रह्म दत्त तथा हरियाणा राज्य और देश के अनेक महानुभाव उपस्थित रहे।

हवन का संचालन आदर्श गर्ग तावड़ू ने किया । मुख्य रूप से माँ सरस्वती के अवतरण दिवस एवं शिव-पार्वती विवाह के प्रतीक शिवरात्रि के अतिरिक्त हवन प्रथा के अनुसार फरवरी मास में जिन लोगों के जन्मदिवस, शादी की वर्षगांठ एवं पुण्यतिथि थी, उनके नाम से अग्नि देव को आहुति अर्पित की गई तथा समस्त मानव जाति के हित में सुख-शांति के लिए प्रार्थना की गई।

गौप्रेमी आचार्य मनीष शर्मा ने मंच का संचालन करते हुए कार्यक्रम का प्रारंभ किया। उनके द्वारा वैदिक मंत्रों के साथ माननीय अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया । तत्पश्चात् स्वामी विवेकानन्द स्कूल तावड़ू के विद्यार्थियों ने माँ सरस्वती वन्दना / स्तुति प्रस्तुत की ।

स्वागत कार्यक्रम में प्रताप जी का स्वागत एस.पी.गुप्ता, सुनील जिंदल तावड़ू ने, डॉ. सत्य प्रकाश खटाना का ऊषा गर्ग, स्नेहलता गर्ग,राखी जिंदल ने, प्रो. डॉ. सारस्वत मोहन मनीषी का शशि गुप्ता, विशाल गर्ग, संजीव अग्रवाल ने, संजीव कुमार का पवन जादू, नरेश बिस्सर, आदर्श गर्ग ने, मदन जिंदल का पवन जैन, अनुपम गुप्ता, तेजपाल ने, ब्रह्म दत्त का सुनील जांगड़ा, गौरीश ने वस्त्र पहनाकर तुलसी का पौधा, कामधेनु स्मृति चिन्ह एवं संस्थान में पंचगव्य निर्मित आँवलाप्राश का गिफ्ट पैक भेंट करके किया ।

संस्थान के संस्थापक डॉ एस.पी. गुप्ता ने वसंत पंचमी के महत्व का वर्णन करते हुए बताया कि यह दिन माँ सरस्वती देवी के अवतरण और जीव-जन्तु कल्याण दिवस के रूप मे मनाया जा रहा है। सभी अतिथियों का स्वागतार्थ परिचय करवाते हुए उनकी गौ-भक्ति का वर्णन किया और बताया कि सभी अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें ताकि सभी को अपने शुभ लक्ष्यों की प्राप्ति हो। सभी जीव-जंतु (चींटी से हाथी तक) की सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं है और इसमें भी गोसेवा सर्वोत्तम सेवा है। गोसेवा की महिमा का वर्णन करने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। गोमाता विश्व की सर्वोत्तम प्राणी है। गोमाता को अनदेखा करने के कारण ही हमारे भारत ने अपना सोने की चिड़िया का पद गंवाया है। अतः सभी को पंचगव्य निर्मित पदार्थों का ही उपयोग करना चाहिए। उन्होंने गोबर, गोमूत्र, घी, दूध की विशेष महिमा को भी बताया। गोमूत्र के उपयोग से टीबी, कैंसर, अस्थमा जैसी जानलेवा बीमारियों से भी बचा जा सकता है। पंचगव्य निर्मित पदार्थों के लाभ कामधेनु आरोग्य संस्थान मे प्रत्यक्ष अनुभव किए जा सकते हैं। सभी को जीव-जन्तु सेवा मे किसी भी प्रकार अपना योगदान अवश्य करना चाहिए। गुप्ता जी ने श्रीमती आशा विष्णु भगवान की गोभक्ति की भी विशेष प्रशंसा की।

तदुपरांत मास्टर ईशान गुप्ता ने वसंत पंचमी व माँ सरस्वती आधारित मंत्रमुग्ध कविता का श्रवण सभी को कराया

डॉक्टर सारस्वत मोहन मनीषी ने अपना सम्बोधन `गावो विश्वस्य मातरः’ (गोमाता विश्व की माता है, नाभी है) से किया। भगवान श्री कृष्ण गोमाता के कारण ही गोपाल कहलाते हैं। आयुर्वेद का आधार पंचगव्य है। सारस्वत जी ने बताया कि महेंद्रगढ़ जिले के छोटे से गाँव मे उनका जन्म हुआ लेकिन उनके पूरे जीवन काल मे वो जितनी प्रसिद्धि पा सके हैं उसका कारण गोमाता सेवा है। 23 जनवरी 1991 को उनके द्वारा लाल किले मे गाई कविता “हमको पता ना था सूर्य बचकानी भाषा बोलेगा, जाने किस दिन लाल किला मर्दानी भाषा बोलेगा” और “जय गैया मैया जय गैया मैया” कविताएं भी सुनाई। सारस्वत जी ने बताया कि जब अकबर के दरबार मे पूछा गया कि दूध किसका अच्छा है तो बीरबल ने बताया कि दूध तो भैंस का ही अच्छा है। जब अकबर ने कहा कि क्या गोमाता का दूध अच्छा नहीं होता तो बीरबल ने जवाब दिया गोमाता का दूध दूध नहीं वो तो अमृत है। गोमाता की जय के साथ उन्होंने अपने सम्बोधन को विराम दिया।

मदन जिंदल ने जय गोमाता के उद्घोष के साथ सभी से निवेदन किया कि डॉक्टर एस पी गुप्ता को आदर्श मानकर सभी को गोसेवा करनी चाहिए।
एसडीएम संजीव कुमार ने कहा कि अगर हम जागरूक हो जाएँ तो कृषि में कीटनाशक का प्रयोग खत्म हो जाये। सभी गोशालाओं के 100 किलोमीटर के दायरे मे प्राकृतिक खेती होनी चाहिए। उन्होंने पंचगव्य निर्मित पदार्थों के उपयोग पर बल दिया। उन्होंने प्राकृतिक खेती का फायदा भी बताया और किस तरह से उसका प्रचार-प्रसार किया जाए उसके भी उदाहरण दिए। जागरूकता आने से रूढ़िवादी खेती की जगह प्राकृतिक खेती का प्रचार-प्रसार होना चाहिए और कीटनाशक पदार्थों की जगह स्वदेशी प्राकृतिक तकनीक का उपयोग करना चाहिए।

डॉ. सत्य प्रकाश खटाना ने अपने वक्तव्य मे बताया कि वो ब्रह्म दत्त के सेवाकार्यों से अभिभूत है। उन्होंने बताया कि गाँव बिस्सर से उनका पुराना रिश्ता है। कामधेनु आरोग्य संस्थान एक बहुत अच्छी अवधारणा है। उन्होंने एस पी गुप्ता, शशि गुप्ता और श्रीमती आशा विष्णु भगवान के गोसेवा निमित्त अभूतपूर्व योगदान की सराहना की और उन्होंने कहा कि सभी को अपना-अपना योगदान अवश्य करना चाहिए। हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाना है, उसके लिए हमे सभी क्षेत्रों मे विकास करना होगा जिसके लिए हमे प्रकृति के साथ रहना सीखना होगा। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के योगदान की भी राष्ट्र के विकास मे योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि सभी को अपने बड़ों का आदर करना चाहिए, संस्कृति का अनुसरण करना चाहिए और जो भी कार्य करें उसमे लोक-हितार्थ भावना अवश्य रखनी चाहिए। अंत मे उन्होंने कहा कि वो संस्थान मे अपनी सेवा देने के लिए कटिबद्ध है। आचार्य मनीष ने कहा खटाना जी ने श्रीमद्भगवद्गीता की प्रसिद्ध पंक्ति “योगः कर्मसु कौशलम” को चरितार्थ करने पर बल दिया जो अति-प्रशंसनीय है।

प्रताप जी ने अपने वक्तव्य मे बताया कि वसंत पंचमी का दिन सभी स्थानों और विद्यालयों मे विशेष रूप से मनाया जाता है। यह वह दिन है जब वसंत ऋतु का आगमन और माँ सरस्वती का अवतरण हुआ था। उन्होंने बताया कि भारत जी.डी.पी के मामले मे विश्व मे चौथे स्थान से तीसरे स्थान की तरफ अग्रसर है। केवल हथियारों के बल पर विकास नहीं किया जा सकता है। विकसित होने के लिए स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन बहुत जरूरी हैं। विश्व को मार्ग दर्शन देने के लिए हर जीव-जन्तु के कल्याण की भावना भारत देश की है। गरुण पुराण के अनुसार वैतरणी नदी को पार करने की निमित्त गोमाता है। भारत सिर्फ कृषि प्रधान देश ही नहीं बल्कि उद्योग प्रधान देश भी रहा है। सभी को राष्ट्र के किसी ना किसी विषय पर चिंतन करते हुए अपना योगदान अवश्य देना चाहिए। कामधेनु आरोग्य संस्थान भी अपना योगदान इस दिशा मे दे रहा है जिसके सूत्रधार डॉक्टर एस पी गुप्ता और श्रीमती शशि गुप्ता हैं। कुछ जीव-जन्तु ऐसे भी हैं जो विलुप्तता के कगार पर हैं उस दिशा में भी सकारात्मक प्रयास किए जाने चाहिए। भारत विश्व गुरु और विश्व मार्गदर्शक बने उसके लिए सभी को अपना-अपना सकारात्मक योगदान अवश्य करना चाहिए। भारत माता के जयघोष के साथ उन्होंने अपने वक्तव्य को विराम दिया।

आचार्य मनीष ने महाकुंभ 2025 के सुव्यवस्थित प्रशासन और प्रबंधन की विशेष चर्चा की
जिला प्रशासन की ओर से एस.डी.एम तावड़ू द्वारा अन्य अतिथियों के साथ मिलकर डॉक्टर एस.पी. गुप्ता को उनके आपातकाल दौरान किए हुए संघर्ष स्वरूप, वर्तमान सरकार द्वारा लोकतंत्र सेनानी पेन्शन और ताम्रपत्र प्राप्त जो 26 जनवरी गणतन्त्र दिवस पर दिया जाना था, आज सम्मान सहित स्मृति चिह्न भेंट किया गया।

अन्त में कामधेनु आरोग्य संस्थान की अध्यक्षा शशि गुप्ता ने सभी महानुभावों का कामधेनु प्रांगण में पधारने और मार्गदर्शन देने पर धन्यवाद व्यक्त किया तथा साधुवाद दिया। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत माँ सरस्वती स्तुति और माननीय मुख्य मंत्री उत्तर प्रदेश के महाकुंभ 2025 की विशेष प्रशंसा की। महाकुंभ जैसे विराट उत्सव की इतनी अच्छी सुव्यवस्था करना अति-प्रशंसनीय है।

इसके उपरांत मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने कामधेनु आरोग्य वैलनेस संस्थान एवं कामधेनु गोधाम का अवलोकन किया तथा जीव-जन्तु कल्याण दिवस मनाते हुए गौवंश को सवामणि एवं चारा अर्पित करने के उपरान्त प्रसाद ग्रहण किया।

बड़ी संख्या में लोगों ने निःशुल्क रिफ्लेक्सोलॉजी शिविर का भी लाभ लिया

इस अवसर पर पूर्व आई.पी.एस यशपाल सिंघल, आशा विष्णु भगवान, अपार गोयल, पवन कुमार, सन्त लाल गुप्ता, योगेश गुप्ता, डॉ. अमृत लाल सिंह, एस.के.अग्रवाल, बालकृष्ण सोनी, हितेश यादव, जयकिशन, महेश गुप्ता, डॉ. रमेश यादव, डॉ. जितेन्द्र यादव, डॉ. पवन गोयल, अंकित जैन, वृंदावन, मुकेश शर्मा बिस्सर, नवीन झा दिल्ली, राजेन्द्र सिंह गुरुग्राम, दीपक जैन व देश के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।