कुरुक्षेत्र,11 मार्च : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र सेवा केंद्र की इंचार्ज ब्रह्माकुमारी सरोज दीदी ने बताया कि दादी गुलजार के प्रथम स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। दादी गुलजार ने हमारे जीवन को हीरे जैसा बनाने में हमारी पालना की है। दादी जी का जन्म एक जुलाई 1929 को सिंध पाकिस्तान में हुआ था। मात्र 8 वर्ष की आयु में दिव्य साक्षात्कार और 9 वर्ष की आयु में अपना सारा जीवन परमात्म शिव की सेवा में अर्पित किया। दादी जी का आरंभिक नाम शोभा था, परंतु बाद में अलौकिक नाम गुलजार रखा गया। दादी जी के चेहरे पर तेज तपस्या की झलक सदा रही।
सरल स्वभाव, दिव्य दृष्टि से सबगे दुख मिटाने वाली सभी के ह्रदय में बसती थी। अंतिम घड़ी मेंं शिव जयंती के दिन शिव ध्वजारोहण के बाद 11 मार्च 2021 को शिव पिता के पास चली गई। दादी जी ने कुरुक्षेत्र के इस भव्य विश्व शांति धाम की आधारशिला भी रखी थी। बीके सरोज बहन ने बताया कि दादी जी ने अपने तन की परवाह न की। वे सदा कहती कि शिव पिता को पता है, ये तन कैसे चलना है। दादी गुलजार को स्मृति दिवस पर सभी ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर बीके राधा, सुदर्शन, लता, नीरू, मधु, मिनाक्षी, पिय्रंका, विद्या, राजकुमारी, सुदेश, बिमला देवी, बीके हरबंस सिंह, सतीश कल्याल, प्रो. सुरेश चंद्र, डा. आरडी शर्मा, हेमराज, मुकेश कुमार, जगदीश चंद्र आदि मौजूद रहे।