बर्ड फ्रीडम डे के 11वें स्थापना दिवस पर जयपुर मैरियट में भव्य कवि सम्मेलन और चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन

बर्ड फ्रीडम डे के 11वें स्थापना दिवस पर जयपुर मैरियट में भव्य कवि सम्मेलन और चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन

उन्नत केसरी

जयपुर: बर्ड फ्रीडम डे का 11वां स्थापना दिवस बड़े धूमधाम से होटल जयपुर मैरियट में रविवार, 8 सितंबर 2024 को मनाया गया। इस अवसर पर “एक शाम परिंदों के नाम” शीर्षक से भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें मूक परिंदों की पिंजरों से आजादी की आवाज को बुलंद करने के लिए कवियों ने अपनी रचनाओं से संदेश फैलाया। आयोजन के मुख्य अतिथि महाभारत में अर्जुन की भूमिका निभाने वाले अभिनेता फ़िरोज़ खान थे, जिन्होंने इस मौके पर शामिल होकर गर्व महसूस किया और अपने फिल्मी जीवन पर भी चर्चा की।

आयोजक विपिन कुमार जैन और रुचिका जैन ने बताया कि बर्ड फ्रीडम डे अभियान की शुरुआत 2014 में हुई थी और यह हर साल सितंबर के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। इस अभियान का उद्देश्य मूक परिंदों को पिंजरों से आजादी दिलाने की आवाज को जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के 11 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 11 कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से इस संदेश को और बुलंद किया।

कवि सम्मेलन में प्रसिद्ध कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। कवि किशोर पारीक ने अपनी कविता “सुबह-सुबह पंछी घर आकर, श्री राधे” से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया, जबकि वरुण चतुर्वेदी ने अपने दिल को छूने वाले मुक्तक सुनाकर खूब वाहवाही बटोरी। कवि राजेश खण्डेलवाल “रजुआ” की कविता “उजाड़ो मत यूं पेड़ो को, चिता मेरी जलाने को” ने श्रोताओं को गहरी सोच में डाल दिया।

इस विशेष कार्यक्रम में बर्ड फ्रीडम डे विषय पर विश्व की सबसे बड़ी चित्रकला प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें परिंदों की पिंजरों से आजादी का संदेश चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। गौरतलब है कि बर्ड फ्रीडम डे अब विश्व स्तर पर भी मनाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत पिछले वर्ष शिकागो, अमेरिका से हुई थी।

कार्यक्रम में जयपुर की महापौर सौम्या गुर्जर, भाजपा नेता श्रवण बगड़ी, एडवोकेट ललित शर्मा, सहयोग स्कूल के डायरेक्टर ओम प्रकाश सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा को और बढ़ा दिया। आयोजकों ने इस अभियान के समर्थन के लिए सभी का धन्यवाद किया और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक व्यापक बनाने का संकल्प लिया।