रविवार विशेष समाचार – Unnat Kesri News
उन्नत केसरी
31 मई 2023 को मध्यप्रदेश में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने 13 वर्षीय बच्चे का जीवन बदल दिया। इस हादसे में बस दुर्घटना के कारण इस बच्चे ने अपना एक पैर खो दिया। दुर्घटना इतनी भयावह थी कि बच्चा 25 दिनों तक आईसीयू में भर्ती रहा और तीन-चार महीने तक बिस्तर पर पड़ा रहा। इस घटना के बाद, बच्चे का सामान्य जीवन रुक गया और स्कूल जाने का सपना भी धुंधला हो गया।
हालांकि, 28 अगस्त 2024 को यह बच्चा पहली बार समाज सेविका सोनिया गोयल के संपर्क में आया। उनकी मुलाकात ने इस बच्चे के जीवन को नई दिशा दी। 30 अगस्त 2024 को जब डॉक्टरों को दिखाया गया, तो डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे को आर्टिफिशियल पैर के जरिए चलने में मदद मिल सकती है, ठीक उसी तरह जैसे छत्तीसगढ़ के निताय और बिहार के राजा बाबू ने अपने कृत्रिम पैरों के सहारे चलना सीखा। लेकिन इस बार स्थिति थोड़ी गंभीर थी क्योंकि बच्चे का कूल्हा भी बुरी तरह प्रभावित था। बावजूद इसके, डॉक्टरों की लंबी चर्चा और परामर्श के बाद, इसका समाधान निकाल लिया गया। निस्संदेह, आने वाले समय में यह बच्चा भी अपने नए जीवन की शुरुआत करेगा और एक दिन सामान्य जीवन जी सकेगा।
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सोनिया गोयल, जो कि दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र में समाज सेवा के कई कार्यों में सक्रिय हैं, ने इस बच्चे की कहानी को फेसबुक पर साझा किया। कुछ ही दिनों के भीतर, 12 सितंबर 2024 को, उन्होंने अपने निजी खर्चे पर बच्चे के लिए कृत्रिम पैर लगवाया। सोनिया ने बताया कि यह काम उनके लिए एक मिशन की तरह है, और अब तक वह तीन बच्चों के कृत्रिम अंग अपने निजी खर्च पर लगवाकर समाज में एक नई मिसाल कायम कर चुकी हैं।
यह घटना न केवल एक बच्चे के जीवन में एक नया अध्याय जोड़ती है, बल्कि यह उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो समाज की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। सोनिया गोयल जैसी समाज सेविकाओं की सेवा भावना निस्संदेह आने वाले समाज को प्रेरित करेगी।