दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर पर पहुंचने पर तत्काल उपाय किए गए

नई दिल्ली, 14 जनवरी

उन्नत केसरी

वायु गुणवत्ता में गंभीर गिरावट के जवाब में, दिल्ली-एनसीआर के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तीसरे चरण की तेजी से शुरुआत की है। इस कदम में सभी गैर-आवश्यक निर्माण गतिविधियों और बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल वाहनों के संचालन पर तत्काल प्रतिबंध शामिल है।

सीएक्यूएम ने गाजियाबाद, गौतम बौद्ध नगर, गुरुग्राम और फरीदाबाद में राज्य सरकारों को इन वाहनों पर सख्त प्रतिबंध लागू करने का निर्देश दिया है। आवश्यक सेवाओं और सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं से संबंधित कुछ परियोजनाओं को छूट दी गई है, जिससे प्लंबिंग, बिजली के काम, बढ़ईगीरी, फर्नीचर और इंटीरियर से संबंधित काम जैसी गतिविधियों को जारी रखने की अनुमति मिलती है।

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क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बढ़कर खतरनाक 458 हो गया है, जो पिछले दिन के 399 से उल्लेखनीय वृद्धि है। इस वृद्धि का कारण ठंड का मौसम, कोहरा और स्थानीय वायुमंडलीय स्थितियां हैं। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस के साथ घने कोहरे ने दृश्यता को बुरी तरह प्रभावित किया है। 16 और 17 जनवरी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें ठंड का मौसम जारी रहने, घने कोहरे और हवा की गुणवत्ता खराब होने की भविष्यवाणी की गई है।

संक्षेप में, दिल्ली-एनसीआर गंभीर वायु गुणवत्ता संकट से जूझ रहा है, जिससे मौजूदा सर्दी के मौसम में बढ़ते प्रदूषण स्तर से निपटने के लिए सीएक्यूएम को तत्काल और कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं।