उन्नत केसरी
नई दिल्ली: सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक क्षेत्रों में अपनी छवि को प्रभावशाली रूप से स्थापित करने वाले पंकज नंदा ने अपने समर्पण और नेतृत्व क्षमता से समाज और राष्ट्र सेवा का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। महादेव सेना और हिंदू युवा वाहिनी जैसे संगठनों के माध्यम से उन्होंने समाज में जागरूकता, उत्थान, और एकता का संदेश दिया। उनके प्रयासों ने न केवल समाज के वंचित वर्गों को सशक्त बनाया, बल्कि सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति के गौरव को भी स्थापित किया।
धार्मिक और सांस्कृतिक नेतृत्व
पंकज नंदा का नाम उन व्यक्तित्वों में गिना जाता है जिन्होंने सनातन धर्म की रक्षा और प्रचार-प्रसार के लिए सतत प्रयास किए हैं। रामचरितमानस के अपमान के खिलाफ दिल्ली में एफआईआर दर्ज कराने और धार्मिक गुरुओं के समर्थन में खड़े होने जैसे कदम उनकी निडरता और धर्म के प्रति उनके समर्पण को दर्शाते हैं।
महादेव सेना के नेतृत्व में उन्होंने श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर भव्य आयोजन किए, जिसमें मंगोलपुरी विधानसभा और चंद्र विहार में धार्मिक यात्राओं का आयोजन शामिल है। इन यात्राओं ने समाज में धार्मिक जागरूकता और उत्साह का संचार किया। साथ ही, मंदिरों के पुजारियों को सुरक्षा और आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए दिल्ली सरकार के समक्ष आवाज उठाई। उनकी यह पहल धार्मिक स्थलों की गरिमा और पुजारियों के कल्याण के लिए मील का पत्थर साबित हुई।
सामाजिक उत्थान के लिए प्रतिबद्धता
महादेव सेना के बैनर तले पंकज नंदा ने समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। निशुल्क शिक्षा केंद्र, सिलाई प्रशिक्षण केंद्र, और स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम स्थापित कर उन्होंने समाज को आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित किया।
महिलाओं की सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। बुजुर्गों के लिए आर्थिक सहायता और सामाजिक कार्यक्रमों के माध्यम से उनका सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित की गई। इनके अलावा, सामाजिक सुधार की दिशा में निरंतर कार्य करते हुए पंकज नंदा ने हर वर्ग के लिए समान अवसर और सुविधा प्रदान करने का प्रयास किया।
राजनीतिक सक्रियता और प्रभाव
राजनीतिक क्षेत्र में भी पंकज नंदा ने अपनी अहम उपस्थिति दर्ज कराई है। 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए गए विकास कार्यों को जनता तक पहुंचाया। उनके कुशल प्रचार प्रयासों का परिणाम यह रहा कि बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में एक बार फिर सत्ता हासिल की।
वर्तमान में पंकज नंदा राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में मोर्चा समाज और राष्ट्र निर्माण के लिए निरंतर प्रयासरत है। दिल्ली विधानसभा चुनावों में एनडीए की सफलता सुनिश्चित करने के लिए उनकी भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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राष्ट्रीय लोक मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की भूमिका
राष्ट्रीय लोक मोर्चा और इसके अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा देश और समाज की प्रगति के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। शिक्षा, ग्रामीण विकास, और सामाजिक सुधारों के माध्यम से मोर्चा ने लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया है। उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में मोर्चा ने ग्रामीण भारत को मजबूत बनाने और वंचित वर्गों को सशक्त करने की दिशा में उल्लेखनीय पहल की है। दिल्ली में एनडीए को मजबूती प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने अपने संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करते हुए समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने का कार्य किया है। उनका उद्देश्य है कि दिल्ली के हर नागरिक को समान अवसर और सुविधा मिले, जिससे क्षेत्र में विकास और प्रगति सुनिश्चित हो सके।
अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय मुद्दों पर स्पष्ट दृष्टिकोण
पंकज नंदा न केवल राष्ट्रीय मुद्दों पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय विषयों पर भी अपनी स्पष्ट राय रखते हैं। इजराइल के समर्थन और आतंकवाद के विरोध में दिल्ली में आयोजित 10 प्रमुख प्रदर्शन इस बात का प्रमाण हैं।
बांग्लादेश में हुए नरसंहार के खिलाफ महादेव सेना के माध्यम से विरोध प्रकट कर उन्होंने मानवाधिकारों की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। इसके अलावा, बंगाल और मणिपुर में हिंसा और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाकर उन्होंने यह संदेश दिया कि महादेव सेना हर अन्याय और अत्याचार के खिलाफ खड़ी है।
भविष्य की दिशा
पंकज नंदा के नेतृत्व में महादेव सेना और अन्य संगठनों ने समाज सुधार, धार्मिक उत्थान और राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में जो कार्य किए हैं, वे प्रेरणादायक हैं। उनके समर्पण और नेतृत्व को देखते हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में एनडीए के तहत उनकी उम्मीदवारी को एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
पंकज नंदा का उद्देश्य केवल समाज सेवा और धर्म रक्षा तक सीमित नहीं है। वे भारत को एक सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में स्थापित करने का सपना देखते हैं। महादेव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उनकी यह यात्रा जनसेवा और राष्ट्रसेवा के माध्यम से आगे भी जारी रहेगी।