प्रतिस्पर्धा के दौर में उच्च गुणवत्तापूर्ण शोध वर्तमान समय की मांग: डॉ. संजीव शर्मा

उन्नत केसरी न्यूज़। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

  • कुवि के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा अनुसंधान क्रियाविधि कार्यशाला आयोजित

कुरुक्षेत्र, 9 मई: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत विश्वविद्यालय के फैकल्टी लॉज में सोमवार को अनुसंधान क्रियाविधि विषय को लेकर साप्ताहिक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शोध कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की विशिष्ट पहचान रही है। उन्होंने कहा कि शोध के बल पर ही आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की गणना भारत के अग्रिम 10 विश्वविद्यालयों में होती है। कुवि कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के दौर में उच्च गुणवत्तापूर्ण शोध वर्तमान समय की मांग है। उन्होंने शोधार्थियों से आह्वान किया कि वे अपने शोध उच्च गुणवत्ता लाएं। उन्होंने शोध संबंधी प्रश्नों के द्वारा शोधार्थियों को प्रोत्साहित किया व विश्वविद्यालय में चल रही शोध के बारे में भी प्रतिभागियों को अवगत करवाया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. राजपाल ने पुष्पगुच्छ देकर मुख्यातिथि एवं मुख्य वक्ता का स्वागत किया।

कार्यशाला के मुख्य वक्ता डॉ. दिनेश कुमार गुप्ता ने एमएस वर्ड की बारीकियों के बारे में प्रतिभागियों को अवगत करवाया। उन्होंने शोधार्थियों को एमएस वर्ड के तकनीकी प्रयोग कर शोध में प्रयोग करने के बारे में भी बताया। कुवि के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के सौजन्य से यह कार्यशाला आयोजित की गई है। इस अवसर पर प्रो. सुखदेव सैनी, डॉ. भगत सिंह, डॉ. आरके देसवाल सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद थे।