हरियाणाहेल्थ

मात्र 780 ग्राम की पैदा हुई बच्ची को सफल इलाज के बाद अस्पताल से मिली छुट्टी

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

  • 28 वें हफ्ते में पैदा हुई थी मात्र 780 ग्राम की बच्ची

उन्नत केसरी

कुरुक्षेत्र, 15 दिसम्बर: कुदरत का खेल अनोखा है। ऐसा ही एक घटना धर्मनगरी (Kurukshetra, Haryana) में हुई और डाक्टरों की कुशलता ने मां बाप के जीवन में खुशियां भर दी। कुरुक्षेत्र में नवजात शिशु देखभाल इकाई में एक नवजात बच्ची की करीब 69 दिन तक सफलता पूर्वक देखभाल की गई। मां गुलिस्तां के लिए यह खुशियों के क्षण थे जब उसकी नवजात बच्ची को कुशलतापूर्वक डाक्टरों की टीम द्वारा सौंपा गया। गुलिस्तां की बच्ची का जब जन्म हुआ था। उस समय वजन केवल 780 ग्राम था और बच्चा 28वें हफ्ते में ही पैदा हो गया था। डाक्टरों की टीम के अनुसार बच्चे को बहुत ही गंभीर स्थिति में एल.एन.जे.पी. हॉस्पिटल के नवजात शिशु देखभाल इकाई विभाग (एस.एन.सी.यू.) में लाया गया था।

डाक्टरों की टीम द्वारा बच्चे की स्थिति बताने के बावजूद मां बाप ने बच्चे का यहीं इलाज करवाने की इच्छा जताई। डाक्टरों के अनुसार बच्चे को जन्म से ही सांस लेने में दिक्कत थी और फेफड़े भी पूरी तरह से बने नहीं थे। हॉस्पिटल के नवजात शिशु देखभाल इकाई विभाग के डाक्टरों की टीम, स्टाफ नर्सों एवं अन्य स्टाफ ने बच्चे की कर्तव्यनिष्ठा से देखभाल की। डॉक्टरों की टीम डा. अनिल त्यागी, डा. विकास मौदगिल तथा डा. श्रेया अग्रवाल ने इस जिम्मेवारी को चुनौतीपूर्ण कार्य के रूप में लिया।

बड़े संयम से 69 दिन तक नवजात बच्ची का उपचार किया। अस्पताल से जिस समय बच्चे को छुट्टी दी गई उस समय वजन 1450 ग्राम हो गया था। इस अवसर पर पी.एम.ओ. डा. सारा अग्रवाल (PMO Dr Sara Aggarwal) ने बहुत खुशी व्यक्त की और कहा कि स्वस्थ विभाग के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। डिप्टी सिविल सर्जन (इंचार्ज चाइल्ड हेल्थ), एन.एच.एम. डा. जगमिंद्र मलिक (NHM Dr Jagmindra Malik) ने भी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं की सराहना की। इस अवसर पर एस.एम.ओ. डा. विमल (SMO Dr Vimal), डा. सुरभि तिवारी (Dr Surbhi Tiwari) इत्यादि भी मौजूद रहे।

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