उन्नत केसरी । वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
- खूब थिरके शिक्षक एवं भावी डॉक्टर
5 अक्टूबर, कुरुक्षेत्र। दुर्गा माँ को समर्पित शारदीय नवरात्रा के अन्तिम दिवस पर श्रीकृष्णा आयुष विवि में डांडिया नाइट का भव्य आयोजन माँ दूर्गा की स्तुति के साथ किया गया। कुलपति डॉ. बलदेव कुमार, कुलसचिव डॉ. नरेश कुमार व प्राचार्य डॉ. देवेंद्र खुराना ने माँ दूर्गा की अर्चना भी की गयी। यूथ वेलफेयर के निदेशक डॉ. रवि राज ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का आभार भी प्रकट किया। डॉ. मिनाक्षी, डॉ. निशा, डॉ. पूजा और मुस्कान द्वारा रंगिलो मारा घागरा व पंजाबी गीतों पर एकल व ग्रुप प्रस्तुतियां दी गयी।
कुलपति डॉ. बलदेव कुमार ने समारोह को संबोधित करते हुए सभी को नवरात्री की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि नवरात्री शक्ति का प्रतिक है। इससे मिलने वाली अध्यात्मिक ऊर्जा हमारे जीवन को साकारात्मक दिशा प्रदान करती है। शारदीय और चैत्र नवरात्रि में व्रत रखने का वैज्ञानिक महत्व है। इस दौरान मौसम की संधी होती है। वर्षा ऋतु का समापन और शरद ऋतु का आरंभ होता है। ऐसे में वातावरण में बैक्टीरिया और जीवाणु बहुत ज्यादा फैलते है। ऋतु परिवर्तन के कारण इस समय ज्यादातर लोगों को पेट से संबंधित दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसलिए उपवास के द्वारा शरीर का शुद्धिकरण करना अनिवार्य होता है। इसलिए नवरात्रि में किए गये व्रत अन्य उपवासों की अपेक्षा अधिक महत्वपूर्ण माने जाते है। प्रचार्य डॉ देवेंद्र खुराना ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय संस्कृतिक उत्सव हर्ष व उल्लास का प्रतिक हैं। नए स्थान व कार्यक्रमों से जीवन में जोश बरकरार रहता है इसलिए समय-समय पर इस तरह के आयोजन जरूरी है| जिनसे विद्यार्थियों का मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य मजबूत बनता है।
कुलसचिव डॉ. नरेश कुमार ने यूथ वेलफेयर के निदेश डॉ. रवि राज और उनकी टीम का सुंदर आयोज के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि आगे कार्यक्रम के स्वरूप को और भव्य बनाया जाएगा शिक्षकों और विद्यार्थियों के साथ सामाज के प्रतिष्ठित लोगों को भी आमंत्रित करने की योजना बनाई जाएगी। कार्यक्रम के अन्त में सभी शिक्षक व भावी डॉक्टरों ने गरबे की धून पर डांडिया के साथ रास किया। इस अवसर पर डॉ. बलबीर संधु और डॉ राजेंद्र चौधरी विशेष रूप से उपस्थित रहे।