इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता की गुहला के गांवों में बैठक

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

सीवन खंड के 40 सरपंचों ने आम आदमी पार्टी को समर्थन दिया।
जेजपी विधायक ईश्वर सिंह के पुत्र रणधीर सिंह ने भी दिया इंडिया गठबंधन को समर्थन।
बीजेपी ने ई-टेंडरिंग लागू कर सरपंचों के अधिकार छीनने का काम किया: डॉ. सुशील गुप्ता।
सरपंचों को अधिकार वापस दिलाने की लड़ाई मजबूती से लडूंगा: डॉ. सुशील गुप्ता।
एक फौजी की तरह गांव जिताने की जिम्मेदारी निभाएं सभी सरपंच साथी : डॉ. सुशील गुप्ता।

गुहला-चीका/कैथल, 7 मई : आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा से ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता ने मंगलवार को गुहला विधानसभा के गांवों में चुनावी यात्रा की। उन्होंने अपनी चुनावी यात्रा गांव डोहर से शुरू की और शाम को भागल में समाप्त की। इस दौरान सीवन खंड के 40 सरपंचों ने आम आदमी पार्टी को समर्थन दिया और इंडिया गठबंधन को भारी बहुमत से जीताने का संकल्प लिया। इस दौरान जेजेपी विधायक ईश्वर सिंह के पुत्र रणधीर सिंह ने भी इंडिया गठबंधन को समर्थन दिया। इस मौके पर हरियाणा डेयरी विभाग के पूर्व चेयरमैन रणधीर सिंह व सरपंच मनप्रीत सिंह, सरपंच अमरीक सिंह, सरपंच करनैल सिंह, सरपंच राजवीर, सरपंच साहब सिंह, सरपंच बिंदा सिंह, सरपंच परवीन, सरपंच सुखविंदर, सरपंच परमजीत, सरपंच बलविंदर, सरपंच गगनदीप, ब्लॉक सरपंच संगठन के प्रधान लखविंदर गुराया, पूर्व सरपंच अमरेंद्र सिंह खारा, पूर्व सरपंच दिनेश, पूर्व सरपंच राजू अंदली, सरपंच कुलबीर और सरपंच अमरीक सिंह तरावाली मौजूद रहे।
डॉ. सुशील गुप्ता कहा कि सीवन ब्लॉक के 26 वर्तमान और 14 पूर्व सरपंचों ने इंडिया गठबंधन को समर्थन दिया है। जिसके लिए मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने इस तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए इंडिया गठबंधन को जीताने का संकल्प लिया है। बीजेपी सरकार ने देश के किसानों, महिलाओं और नौजवानों को सबसे ज्यादा दुख दिया है।
उन्होंने कहा कि इस तानाशाह सरकार ने लोकतंत्र को ख़त्म करने के लिए दो दो मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार कर लिया। देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस के खाते सील कर दिए। इस तानाशाह सरकार ने हर वर्ग को कुचलने का प्रयास किया। जब पंचायती राज एक्ट संसद में बना तो वो हरियाणा में भी लागू हुआ। जिसमें पंचायत को सभी अधिकार दिए गए थे और पंचायत का छोटी सरकार के रूप में निर्माण किया गया था। लेकिन इस बीजेपी सरकार ने उस छोटी सरकार के सभी अधिकार छीनने का काम किया, जो लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने ई-टेंडरिंग लागू करके सरपंचों की पावर अधिकारियों के हाथ में दे दी। ये केवल तानाशाही ही नहीं गैर संवैधानिक भी है। जिनको जनता और गांव ने चुना और एक्ट के हिसाब से चुनेंगे तो फिर इनकी पावर कम करने का अधिकार नहीं है। मैं वादा करता हूं कि सरपंचों की पावर को पूरी करने की लड़ाई लडूंगा, केंद्र और राज्य सरकार में इस मुद्दे को उठाऊंगा।
उन्होंने कहा कि ये लड़ाई लंबी है, इसलिए हम सब मिलकर इस लड़ाई को लड़ेंगे। जिस प्रकार एक फौजी अपनी चौकी पर तैनात रहकर चौकी जीतता है ठीक उसी प्रकार सभी सरपंच साथियों को अपने गांव जीतने की जिम्मेदारी निभानी है। हमें इस लड़ाई को 36 बिरादरी को साथ लेकर भारी बहुमत से जीतना है। इस तानाशाह सरकार को बताना है कि जुल्म का जवाब वोट से देंगे। देश और प्रदेश में बीजेपी की सरकार खत्म हो रही है और इंडिया गठबंधन की सरकार आ रही है।