- शिक्षा से ही परिवर्तन संभव, हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार
- दस्तावेज न होने के कारण स्कूल में दाखिल न मिलने पर 1098 पर संपर्क कर बाल कल्याण समिति को भेजे अपना आवेदन- अनीता शर्मा
गन्नौर (सोनीपत), 03 अक्टूबर। विधायक निर्मल चौधरी ने कहा कि जरूरतमंद बच्चों को सडक़ों से स्कूलों में भेजने के लिए बाल कल्याण समिति व अन्य संस्थाएं मिलकर प्रयास करें ताकि वे शिक्षा ग्रहण कर समाज की मुख्यधारा से जुडक़र अपने जीवन में आगे बढ़ सके। उन्होंने कहा कि इस कार्य को पूरा करने के लिए उनके सहयोग की जहां पर जरूरत होगी वे सहयोग जरूर करेंगी।
विधायक ने कहा कि शिक्षा से ही परिवर्तन संभव है। हर बच्चे को शिक्षा हासिल करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम केयर्स फोर चिल्ड्रन स्कीम की शुरूआत ऐसे बच्चों के लिए की है, जिनके माता-पिता की मृत्यु कोरोना के चलते हो गई है। ऐसे बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार उनका सहारा बनी है। इस योजना के अंतर्गत पात्र बच्चे को आयुष्मान हैल्थ कार्ड की सुविधा तथा शिक्षा की सुविधा के साथ-साथ 23 वर्ष की आयु पूर्ण होने के पश्चात इन्हें (10 लाख रुपये) की राशि भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा हरियाणा सरकार द्वारा भी स्पॉन्सरशिप एंड फोस्टर केअर योजना के तहत भी पात्र बच्चों को विभाग द्वारा पेंशन दी जा रही है।
जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अनीता शर्मा ने विधायक को बताया कि जरूरतमंद बच्चों को सरकार की सभी योजनाओं का समय पर फायदा मिले इसके लिए वो लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने जिलावासियों का आह्वïान किया कि किसी भी गरीब परिवार के बच्चों के आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र इत्यादि न होने के कारण उन्हें स्कूल में दाखिला नहीं मिल रहा है तो वे चाइल्ड हैल्पलाई 1098 पर संपर्क कर बाल कल्याण समिति को अपना आवेदन भेज सकते हैं। जिला बाल कल्याण समिति स्वयं बच्चे के दस्तावेज पूरा करवाने के लिए संबंधित विभाग से संपर्क करेगी और बच्चों के स्कूल में दाखिले की व्यवस्था करवाएगी। इस मौके पर एडवोकेट कौशिक भी मौजूद रहे।