जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने श्री गंगा सप्तमी पर दी शुभकामनाएं
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
- मां गंगा की कृपा से तो सभी तरह के पापों एवं कष्टों से मुक्ति मिल जाती है: ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी
कुरुक्षेत्र, 27 अप्रैल: तीर्थों की संगम स्थली धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर के तट पर स्थित श्री जयराम विद्यापीठ सहित देश के विभिन्न राज्यों में संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने सर्वकल्याण की कामना से देश प्रदेश वासियों को श्री गंगा सप्तमी की शुभकामनाएं दी हैं।
जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने श्री गंगा सप्तमी के अवसर पर पूजन के उपरांत सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी हैं। इसी मौके पर जयराम विद्यापीठ में आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार द्वारा विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ ब्रह्मचारियों के साथ पूजन किया गया।
गंगा सप्तमी पर ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने सभी की सुख समृद्धि एवं सर्वकल्याण की भावना से पूजन व अनुष्ठान करते हुए कहा है कि गंगा सप्तमी के दिन ही मां गंगा स्वर्ग से आकर भोलेनाथ की जटाओं में समा गई थी। गंगा सप्तमी के दिन विधि विधान से मां गंगा की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। मां गंगा की कृपा से तो सभी तरह के पापों एवं कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। गंगा सप्तमी के दिन गंगा स्नान का बहुत अधिक महत्व होता है। इस पावन दिन मां गंगा चालीसा का पाठ करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।